आयुष विभाग द्वारा चिकित्सकों के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन
राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में आज नौ नए राष्ट्रीय कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया। रायपुर के पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित शुभारंभ कार्यक्रम में राज्य शासन के आयुष विभाग द्वारा चिकित्सकों के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। आयुष विभाग की संचालक सुश्री नम्रता गांधी एवं वरिष्ठ विभागीय अधिकारी भी शुभारंभ कार्यक्रम और उन्मुखीकरण कार्यशाला में उपस्थित थे।
राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत आज राज्य में सुप्रजा आयुष मातृ एवं नवजात देखभाल, वयोमित्र, करुणा, आयुर्विद्या, एनीमिया और लिम्फेटिक फाइलेरियासिस के लिए रुग्णता प्रबंधन व विकलांगता नियंत्रण जैसे नवीन राष्ट्रीय कार्यक्रमों की शुरुआत की गई। उन्मुखीकरण कार्यशाला के दौरान विभागीय अधिकारियों और चिकित्सकों ने स्वास्थ्य प्रणाली को और मज़बूती प्रदान करने पर विस्तृत चर्चा की। आज प्रारंभ हुए नए कार्यक्रमों के बारे में विभाग द्वारा जल्दी ही विस्तृत प्रशिक्षण भी आयोजित किए जाएंगे।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अनुचित जीवन शैली जनित विकार तथा अन्य जटिल रोगों के उपचार में आयुष चिकित्सा पद्धतियों की बड़ी भूमिका है।
उन्होंनें कार्यक्रम में मौजूद चिकित्सकों से कहा कि इन चिकित्सकीय ज्ञान और चिकित्सा पद्धतियों को आत्मविश्वास के साथ लोगों तक पहुंचाएं जिससे उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। उन्होंने आयुष विभाग से जुड़े कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए सभी कार्यक्रमों का क्रियान्वयन समय-सीमा में पूर्ण होने की उम्मीद जताई। उन्होंने आयुष में संचालित सभी कार्यक्रमों के तहत रोगियों की केस स्टडी भी प्रकाशित करने को कहा। कार्यक्रम में आयुष संचालनालय के अधिकारी, शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय रायपुर और बिलासपुर के प्राचार्य एवं संबंधित विषय विशेषज्ञ, सभी जिलों के जिला आयुर्वेद अधिकारी और चिकित्सक मौजूद थे।