हर वर्ष ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे के रूप में 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य हैंड वॉशिंग से संबंधित नियमों को व्यवहार में लाना और इसको नियमित रूप से जीवन शैली में उतारना है। इसी कड़ी में युवोदय दुर्ग दूत के द्वारा बच्चो को हैंड वॉशिंग स्टेप की जानकारी दी गई।

अध्ययन बताते है कि ज्यादातर लोग हाथ धोते समय सामान्य गलतियां करते है, जिसके कारण उनका हाथ सही तरीके से साफ नहीं होता है मगर इसके बारे में लोगो को सही जानकारी नहीं होती है। डॉक्टर्स बताते है कि अगर आप सही तरीके से हाथ धोए तो हजारों तरह के रोगों और इन्फेक्शन से खुद को बचा सकते हैं।

मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च बताती है कि ज्यादातर लोग हाथ धोते समय पर्याप्त जल्दबाजी में रहते है जिसके कारण कीटाणु पूरी तरह से मरते नहीं है। सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल के अनुसार आपको अपने हाथों पर साबुन या हैंडवाश लगाने के बाद कम से कम 20 सेकंड तक झाग से हाथो को रगड़ना चाहिए तभी आपके हाथों के कीटाणु अच्छी तरह से साफ होंगे।

दुर्ग दूत द्वारा बच्चो को शौच के बाद, खाना खाने से पहले, खाने के बाद, गंदी चीज़े छुने के बाद, खेल के आने बाद हाथ को अच्छे तरीके से धोना है और इसको रोजाना प्रैक्टिस में लाना है जानकारी दिया गया। कार्यक्रम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करंजा-भिलाई में दुर्ग के दूत (युवोदय), भारत स्काउट एवं गाइड्स, विवेकानंद युवा मंडल करंजा-भिलाई के सहयोग से सम्पन्न हुआ।