आजकल दुनिया में आने वाले बुखार के केस की मात्रा बढ़ती जा रही है. इनमें कुछ वायरल से होते हैं तो कुछ इंफेक्शन से. लेकिन सबसे ज्यादा बुखार होता है मच्छरों के काटने से. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मच्छर किस तरह के लोगों को सबसे ज्यादा काटते हैं, नहीं तो आज हम आपको बताते हैं.

आजकल दुनिया में आने वाले बुखार के केस की मात्रा बढ़ती जा रही है. इनमें कुछ वायरल से होते हैं तो कुछ इंफेक्शन से. लेकिन सबसे ज्यादा बुखार होता है मच्छरों के काटने से. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मच्छर किस तरह के लोगों को सबसे ज्यादा काटते हैं? या आपने कभी गौर किया होगा कि बाहर खड़े होने के दौरान अक्सर आपके किसी दोस्त के सिर पर अधिक मच्छर आ जाते हैं. इन सबका संबंध है आपके ब्लड ग्रुप से. तो आज हम आपको बताएंगे कि मच्छरों का खाने और आपके ब्लड ग्रुप का क्या कनेक्शन है.

O ब्लड ग्रुप से होते हैं आकर्षित

आपको सबसे पहले बता दें कि इंसानों को सिर्फ मादा मच्छर काटती है. मच्छरों को काटने के पीछे का असली कारण प्रजनन होता है. क्योंकि मच्छरों को प्रजनन करने के लिए जरूरी पौषक तत्व इंसानों के खून में होते हैं. वही पौषक तत्व लने के बाद मादा मच्छर अंडे देती है. जापानी वैज्ञानिकों के अनुसार मच्छर A ब्लड ग्रुप के बजाए O ब्लड ग्रुप के लोगों से ज्यादा आकर्षित होते हैं. इसके पीछे का कारण यह है कि ‘ओ’ ब्‍लड ग्रुप वालों का मेटाबॉल‍िक रेट बाकी ब्लड ग्रुप वालों की तुलना में ज्‍यादा होता है. इसी वजह से मच्‍छर O ब्लड ग्रुप वाले लोगों के प्रति ज्यादा आकर्ष‍ित होते हैं.

विशेष फ्लूइड भी करते हैं आकर्षित

वैज्ञान‍िकों द्वारा बताई गई जानकारी के अनुसार इंसानी शरीर में मौजूद कुछ व‍िशेष फ्लूइड होते हैं. जोकि मच्‍छरों को अपनी ओर खींचते हैं. यह फ्लूइड यूर‍िक एसिड, लैक्‍ट‍िक एस‍िड, अमोन‍िया की महक आदि होते हैं. इनके अंदर से आने वाली महक भी मच्छरों को मनुष्‍यों की तरफ आकर्षित होने के लिए मजबूर करती है.

रात को क्यों आते हैं आपकी तरफ

इन सबके साथ ही एक और सबसे महत्वपूर्ण चीज मच्छरों को इंसानों के प्रति आकर्षित करती है. वह है मानव शरीर में से आने वाली कार्बन डाईऑक्‍साइड की गंध. इसके चलते मादा मच्‍छर अपने सेंसिंग ऑर्गन से कार्बन डाईऑक्‍साइड की गंध की पहचान कर मानव शरीर को ढूंढकर रात को आपके पास आकर काट लेते हैं.

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